जिंदगी
जिंदगी में हर कठिनाई को सहना पड़ता है,
जिस हाल में हैं उसी हाल में रहना पड़ता है।
ये ज़िन्दगी बरसात के पानी की तरह है,
जिसे वक्त के बहाव के साथ बहना पड़ता है।
चाहें कितने ही बुलंद हो इरादे,
एक दिन उन्हें भी डगमगाना पड़ता है।
दिल के संमन्दर में जब इश्क उठने लगे,
तब शर्म के पल्ले को भी हटाना पड़ता है।
चाहें कितनी भी धन दौलत हो पास,
एक दिन उसे छोंड़ इस जहां से जाना पड़ता है।
कितना भी दिल का कठोर हो इंसा,
उसके आसुंओं को आंख से बह जाना पड़ता है।
कितना भी ज्ञानी हो कोई आज के जमाने में,
उसे भी जीवन पर्यंत सीखना पड़ता है।
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