हिन्द की सेना



भारतीय सेना का विश्व में मान सम्मान है।
जुड़ सकें सेना से हर युवा का अरमान है।
पूरब,पश्चिम,उत्तर,दक्षिण,
सभी दिशाओं में ये तैयार है।
मेरे देश के युवा को सेना से ही प्यार है।
हो सियाचिन की सर्दी चाहें,
या राजस्थान की धुलित बयार है।
कहीं वसे हैं सूखी मिट्टी में,
कहीं भयंकर बारिश की फुहार है।
मेरे देश का हर सैनिक सरहद पर तैयार है।
जाड़ा,गर्मी,बर्षा सेना पर न इसकी  मार है।
मेरे देश का हर सैनिक सभी मौसम में तैयार है।
न बहाना छुट्टी का,न ही बुखार है।
मेरे देश का सैनिक हर दिन तैयार है।
कोई फ़र्क नही पड़ता इनको,
चाहें कोई भी त्यौहार है।
मेरे देश का सैनिक हर परिस्थिति में तैयार है।
चाहें मौसम पतझड़ हो या वसंत बयार है।
मेरे देश का हर सैनिक युद्ध के लिए तैयार है।
सुख-दुःख सब साथ में बाटें,
अब सरहद ही इनका परिवार है।
मेरे देश का हर सैनिक देश की सुरक्षा में तैयार है।

(मान सिंह कश्यप रामपुर उ०प्र०)

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